मैं विनम्र हूँ,यदि तुम यह कहते हो,कि मैं विनम्र हूँ,तो तुम नहीं हो,कौन दावा कर रहा है इस विनम्रता का? विनम्र होने का दावा नहीं किया जा सकता है,यदि तुम विनम्र हो तो हो विनम्र,लेकिन तुम उसे कह नहीं सकते,न तो उसे तुम कह सकते हो बल्कि तुम उसे अनुभव भी नहीं कर सकते कि विनम्र हो,क्यों की इस बात का अनुभव भी फिर अहंकार को जन्म देगा,खाली बनो,लेकिन यह मत सोचो की तुम खाली हो,अन्यथा तुम स्वयं को ही धोखा दे रहे हो।