Tag: परमात्मा
अष्टावक्र, विवेकानंद, रामकृष्ण
एक छोटी घटना — जों अष्टावक्र के जीवन से संबंधित नहीं, रामकृष्ण और विवेकानंद के जीवन से संबंधित है, लेकिन अष्टावक्र से उसका जोड़...
अटल सत्य – एक की मृत्यु दूसरे का जन्म
प्रकृति और पुरुष दो नहीं हैं। आत्मा और परमात्मा दो नहीं हैं। दृश्य और दृश्या दो नहीं हैं। भक्ति की यह आधारशिला है कि...
मिल जाए तो मिट्टी, खो जाए तो सोना
मुल्ला नसरुद्दीन एक शराबखाने में बैठा था। एक मित्र के साथ गपशप चल रही थी, पी रहे थे। मुल्ला नसरुद्दीन ने उस मित्र से...
परमात्मा का आश्रय
तुम परमात्मा का आश्रय किसलिए खोजते हो, कभी तुमने खयाल किया? कभी विश्लेषण किया?
परमात्मा का भी आसरा तुम किन्हीं वासनाओं के लिए खोजते हो।...
तार्किक समानता
मैं बिलकुल पत्थर हूं और फिर भी प्रार्थना में डूबना चाहता हूं, पर जानता नहीं कि प्रार्थना क्या है। कैसे करूं प्रार्थना? मुझ अंधे...
संत बाबा शेख फरीद
शेख फरीद के पास कभी एक युवक आया। और उस युवक ने पूछा कि सुनते है कि हम जब मंसूर के हाथ काटे गये,...
मरघट ही मरघट
इब्राहिम बड़ा सूफी संत हुआ । झोपड़ा बना रखा था राजधानी के बहार । कोई उससे पूछता : बस्ती का रास्ता कहा है ?...
विकास, क्रांति और उत्कान्ति
विकास का अर्थ होता है, जो अपने से हो रहा है। क्रांति का अर्थ होता है, जो करनी पड़ती है। जोर - जबर्दस्ती, हिंसा।...
संसारिक प्रेम
मैं तुम्हें संसार के प्रति प्रेम से भरना चाहता हूँ!!
मैं चाहता हूँ कि तुम्हारे ह्रदय में संसार के निषेद की जो सदियों-सदियों पुरानी धारणाओं...
मृत्यु का महत्व
मृत्यु कीमती चीज है। अगर दुनिया में मृत्यु न होती तो संन्यास न होता। अगर दुनिया में मृत्यु न होती तो धर्म न होता।...