Tag: अष्टावक्र महागीता
गायत्री मन्त्र का सही अर्थ
ओम भू भुव: स्व: तत्सवितुर् देवस्य वरेण्यं भगो: धी माहि: या: प्र चोदयात्।
वह परमात्मा सबका रक्षक है—ओम प्राणों से भी अधिक प्रिय है—भू:। दुखों...
अष्टावक्र के जन्म से जुडी अदभुत घटना
अष्टावक्र के संबंध में कुछ बातें समझ लेनी जरूरी हैं। ज्यादा पता नहीं है, क्योंकि न तो वे सामाजिक पुरुष थे, न राजनीतिक, तो...
जैकब से इजरायल
पुरानी बाइबिल में बड़ी अनूठी कथा है—जैकब की। जैकब ईश्वर की खोज करने में लगा है। उसने अपनी सारी संपत्ति बेच दी, अपने सारे...
प्रभु और शैतान
एक मुसलमान मौलवी मरने के करीब था। गांव में कोई और पढ़ा—लिखा आदमी नहीं था, तो मुल्ला नसरुद्दीन को ही बुला लिया कि वह...
श्रद्धा
तुमने खबर सुनी होगी लोगों की कि जो आग पर चल लेते हैं! वह भी सम्मोहन की गहरी अवस्था है। अगर तुमने ऐसा मान...
मौन का व्रत
एक संत था, बहुत वृद्ध और बहुत प्रसिद्ध दूर—दूर से लोग जिज्ञासा लेकर आते, लेकिन वह सदा चुप ही रहता। हा, कभी—कभी अपने डंडे...
अष्टावक्र, विवेकानंद, रामकृष्ण
एक छोटी घटना — जों अष्टावक्र के जीवन से संबंधित नहीं, रामकृष्ण और विवेकानंद के जीवन से संबंधित है, लेकिन अष्टावक्र से उसका जोड़...
अष्टावक्र की कथा
अब जो अष्टावक्र की कथा को देखेगा, वह सुनते से ही कह देगा : ‘गलत! असंभव!’ यह तो कथा जिन्होंने लिखी है उनको भी...
लाओत्सु की अद्भुत घटना
अगर कोई बच्चा पीछे देखने लगे तो क्रांति घट जाती है इसलिए कथा कहती है कि लाओत्सु बुढा पैदा हुआ क्योंकि वह पीछे देखता...
ज्ञानी, मुमुक्षु, अज्ञानी, मूढ़
पहला सूत्र :
जनक ने कहा, ‘हे प्रभो, पुरुष ज्ञान को कैसे प्राप्त होता है। और मुक्ति कैसे होगी और वैराग्य कैसे प्राप्त होगा? यह...