Tag: क्षमा
संतोष और सत्य
अमृत का अर्थ होता है, जिससे जीवन मिले, जिससे अमरत्व मिले; जिससे उसका पता चले जो फिर कभी नहीं मरेगा।
तो क्षमा!
क्रोध विष है; क्षमा...
एक शब्द प्रेम का
प्रेम का हाथ जहाँ छू दे, वहीं क्रांति ?
टालस्टाय एक दिन सुबह एक गांव की सडक से निकला।एक भिखारी ने हाथ फैलाया।टालस्टाय ने अपनी...
संत बाबा शेख फरीद
शेख फरीद के पास कभी एक युवक आया। और उस युवक ने पूछा कि सुनते है कि हम जब मंसूर के हाथ काटे गये,...
मरघट ही मरघट
इब्राहिम बड़ा सूफी संत हुआ । झोपड़ा बना रखा था राजधानी के बहार । कोई उससे पूछता : बस्ती का रास्ता कहा है ?...