Tag: शिष्य
स्वयं के प्रति सच्चे और ईमानदार रहो
"गौतम बुद्ध अतीत के सब गुरुओं का प्रतिरूप हैं। शिष्य को दूर रखना होगा। उसे अनुशासन, समादर और आज्ञापालन सीखना होगा। यह एक प्रकार...
युवा होना क्या है !
सभी युवक, युवक नहीं होते। सभी बूढे, बूढ़े नहीं होते। जिसे युवक होने की कला आती है, वह बूढ़ा होकर भी युवक होता है।...