Tag: बुद्ध
श्वास-प्रश्वास के प्रति सजग रहें।
बुद्ध ने कहा है। अपनी श्वास-प्रश्वास के प्रति सजग रहो। अंदर जाती, बहार आती, श्वास के प्रति होश पूर्ण हो जाओ। बुद्ध अंतराल की...
लाभ रहित ध्यान
मेरे पास लोग आते हैं, वे पूछते हैं : ध्यान करेंगे तो लाभ क्या होगा ?’ लाभ ! तुम बात ही अजीब सी कर...
सोने की मछली
बात उस समय की है, जब भगवान बुद्ध श्रावस्ती में विहरते थे। श्रावस्ती नगर के पास केवट गांव के कुछ मल्लाहों ने अचरवती नदी...
बुद्धत्व की अवस्थाएं
बुद्धत्व की दो अवस्थाएं: अर्हत और बोधिसत्व
बुद्धत्व की दो अवस्थाएं हैं। दो प्रकार से व्यक्ति बुद्धत्व को उपलब्ध हो जाता है। एक है, जिसको...
बुद्ध की घर वापसी की कथा
बुद्ध ने अपने बेटे राहुल को भीक्षा पात्र दिया
गौतम बुद्ध ज्ञान को उपलब्ध होने के बाद घर वापस लौटे। बारह साल बाद वापस लौटे।...
बुद्ध के जन्म से जुड़ी घटना
आज से पच्चीस सौ वर्ष पूर्व, जिस दिन बुद्ध का जन्म हुआ, घर में उत्सव मनाया जा रहा था। सम्राट के घर बेटा पैदा...
चालाकी भरी धार्मिकता
मैंने सुना है, एक यहूदी कथा है वह मैं तुमसे कहूं। मैंने सुना है, एक बड़ी धार्मिक बिल्ली थी। बिल्ली थी और बिल्ली आमतौर...
बुद्ध का धर्म
बुद्ध ने एक धर्म दिया, जो परमात्मा से मुक्त है। बुद्ध ने एक मोक्ष दिया, जिसमें परमात्मा की कोई आवश्यकता नहीं। इतनी ऊंचाई पर...
श्रेष्ठ आत्माओं के जन्म का रहस्य
श्रेष्ठ आत्माएं कब जन्म लेती है?
अक्सर ऐसा होता है कि एक श्रृंखला होती है अच्छे की भी और बुरे की भी। उसी समय यूनान...
विपस्सना ध्यान
विपस्सना का अर्थ है: अपनी श्वास का निरीक्षण करना, श्वास को देखना। यह योग या प्राणायाम नहीं है। श्वास को लयबद्ध नहीं बनाना है;...